Gurugram News Network - गुरुग्राम में ऐसे दर्जनों बिल्डर हैं जिनकी वजह से हजारों निवेशक दर दर की ठोकरें खाने को मजबूर है लेकिन सिर्फ ऐसा नहीं है कि गुरुग्राम में बिल्डरों ने केवल निवेशकों को ही ठगा है बल्कि गुरुग्राम के बिल्डर ऐसे शातिर हैं कि इन्होंने हरियाणा सरकार के भी 2,700 करोड़ रुपए डकार लिए जिसका सीधा सीधा असर गुरुग्राम की जनता पर पड़ रहा है । बिल्डरों द्वारा इतनी बड़ी राशि सरकार ना दिए जाने पर अब गुरुग्राम का विकास रुक सकता है । क्योंकि बिल्डरों द्वारा दिए जाने वाले इन पैसों से गुरुग्राम के विकास कार्य कराए जाने थे ।
दरअसल गुरुग्राम में जब बिल्डरों ने सेक्टर बसाने शुरू किए थे तो इसके इंटरनल डेवलपमेंट चार्ज (IDC) और एक्स्ट्रा डेवलपमेंट चार्ज (EDC) के नाम पर निवेशकों से राशि वसूली गई । इंटरनल डेवलपमेंट चार्ज तो बिल्डरों ने अपने स्तर पर वसूल कर डेवलपमेंट करा रहा है लेकिन एक्सटर्नल डेवलपमेंट के लिए लोगों से लिए गए फंड को सरकार को जमा कराना था जो कि अभी तक नहीं कराया गया है । इनमें कुछ बिल्डरों द्वारा तो EDC की राशि दे दी गई थी, लेकिन अधिकतर नामी बिल्डरों द्वारा EDC फंड अब तक सरकार को नहीं दिया गया । अधिकारियों की माने तो 100 से ज्यादा प्रोजेक्ट का 27 सौ करोड रुपए EDC बकाया है ।
गुरुग्राम के सीनियर टाउन प्लानर संजीव कुमार ने बताया कि बिल्डरों के 27 सौ करोड रुपए बकाया को लेकर नोटिस भेजे गए हैं, लेकिन अब तक यह भुगतान नहीं किया गया है । EDC के 27 सौ करोड़ का उपयोग शहर के विकास में किया जाना है । इसके तहत सड़कों का निर्माण, फ्लाईओवर का निर्माण, सीवर पानी की लाइन समेत अन्य विकास कार्यों के लिए किया जाना है लेकिन बिल्डरों की मनमानी के कारण इन कार्यों पर संकट मंडराने लगा है । विकास कार्य ना होने का खामियाजा आम जनता को ही भुगतना पड़ता है । ऐसे में प्रयास किया जा रहा है कि जल्द से जल्द बिल्डरों से EDC के 27 सौ करोड रुपए को वसूला जाए और शहर के विकास को तेजी से किया जाए ।