भारत बंद आज,गुरुग्राम के निजी स्कूलों ने की छुट्टी
दलित संगठनों ने आम लोगों के लिए एडवाइजरी जारी करके अपील की है कि मेडिकल सेवाओं, पुलिस और फायर सेवाओं को छोड़कर सुबह 6 बजे से रात के 8 बजे तक सब कुछ बंद रखा जाए। हालांकि सरकारी दफ्तर, बैंक, पेट्रोल पंप , स्कूल और कॉलेज में सामान्य रूप से काम-काज होगा।
Gurugram News Network –दलित और आदिवासी संगठनों ने हाशिए पर पड़े समुदायों के लिए मजबूत प्रतिनिधित्व और सुरक्षा की मांग को लेकर बुधवार को भारत बंद का आह्वान किया गया है। नेशनल कॉन्फेडरेशन ऑफ दलित एंड आदिवासी ऑर्गेनाइजेशन्स (एनएसीडीएओआर) ने मांगों की एक सूची जारी की है जिसमें अनुसूचित जातियों (एससी), अनुसूचित जनजातियों (एसटी) और अन्य पिछड़े वर्गों (ओबीसी) के लिए न्याय और समानता की मांग शामिल हैं।
दलित संगठनों ने आम लोगों के लिए एडवाइजरी जारी करके अपील की है कि मेडिकल सेवाओं, पुलिस और फायर सेवाओं को छोड़कर सुबह 6 बजे से रात के 8 बजे तक सब कुछ बंद रखा जाए। हालांकि सरकारी दफ्तर, बैंक, पेट्रोल पंप , स्कूल और कॉलेज में सामान्य रूप से काम-काज होगा। अभी तक इन्हें बंद रखने को लेकर कोई भी आदेश सामने नहीं आया है। वहीं बंद के आह्वान के बावजूद सार्वजनिक परिवहन, रेल सेवाएं चालू रहेंगी।
गुरुग्राम में भी एहतियात के तौर पर कई निजी स्कूलों ने बुधवार को छुट्टी का ऐलान किया। मंगलवार शाम और बुधवार सुबह अभिभावकों को स्कूल की तरफ से मैसेज भेजकर छुट्टी की जानकारी स्कूल प्रबंधन की तरफ से दी गई। इसके अलावा सुबह नौ बजे सभी संगठन कमला नेहरू पार्क में एकत्रित होंगे और वहां से मार्च निकालेंगे। हालांकि गुरुग्राम में स्थिति सामान्य है और सुरक्षा के तौर पर पुलिस अलर्ट मोड पर है। किसी को भी जिले में कानून व्यवस्था बिगाड़ने नहीं दी जाएगी।
एससी-एसटी कोटे को लेकर भारत बंद के ऐलान पर अभी तक किसी राज्य सरकार ने कोई दिशा-निर्देश जारी नहीं किए हैं। पश्चिमी यूपी और राजस्थान जैसे राज्यों में इसका असर जरूर देखने को मिल सकता है। ऐसे में पुलिस प्रशासन को अलर्ट पर रखा गया है। हालांकि आम लोगों से भी अपील की गई है कि वे अपने घरों से बाहर न निकलें। भारत बंद का आह्वान करने वाले संगठनों ने कहा है कि देश में कोई भी सार्वजनिक परिवहन नहीं चलेगा, लेकिन इसे लेकर कोई आधिकारिक ऐलान नहीं हुआ है। कुछ जगहों पर सार्वजनिक परिवहन सेवाएं प्रभावित हो सकती हैं। इसके अलावा कुछ जगहों पर निजी दफ्तर बंद किए जा सकते हैं।